कम समय में परीक्षा की तैयारी कैसे करें 2025
(A practical structured approach to crack your exam)
जी हां दोस्तों अक्सर जब हमारे एग्जाम बहुत करीब होते हैं तो हमें कुछ समझ नहीं आता है की क्या करें किस तरह से पढ़ाई करें पहले क्या करें बाद में क्या करें पढ़ने के लिए कितना समय किस विषय को दिन पढ़ाई किस स्ट्रेटजी कैसे बनाएं
ऐसी बहुत सारी उलझने विद्यार्थियों के मन में रहती हैं आज की इस ब्लॉक में आपको इस उलझन भरी स्थिति से निकलने का एक प्रैक्टिकल और बहुत ही आसान तरीका बताया गया है
जिसमें आप स्टेप बाय स्टेप समझेंगे कि आपको किस तरीके से कम समय में अगर आपके पास 100 दिन है आपके पास 50 दिन है आपके पास एक महीने है 2 महीने हैं 10 दिन है या 15 दिन है किस तरीके से आप अपने परीक्षा की योजना बना सकते हैं
और तैयारी कर सकते हैं तो चलिए बारी-बारी से शुरू करते हैं यहां पर हम कुछ ऐसे पॉइंट्स बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे 11 पॉइंट्स बताने वाले हैं
जिससे कि आपको परीक्षा की तैयारी में बहुत मदद मिलेगी यह ऐसी कुछ स्टेटस दी जा रही है जो आपको मदद कर सकती है
1. Syllabus ka Analysis:
पहले अपने सिलेबस को अच्छे से समझे जो टॉपिक्स आपको पढ़नी है उन्हें लिख लें जिस तरह से घर की दीवार को जितना चाहे उतना दम लगाकर धकेल लेकिन वह हिलता नहीं है जबकि घर में रखे मेज को आप उठाकर एक जगह से दूसरे जगह व्यवस्थित कर सकते हैं रख सकते हैं ठीक उसी तरीके से सही मार्गदर्शन का होना बहुत जरूरी है आप मेहनत तो कर रहे हैं लेकिन सही दिशा में होनी चाहिए खाने का मतलब यह है कि अगर आप अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि आपकी किताब के कुछ प्रश्न ऐसे हैं जो हर साल परीक्षा में आ रहे हैं कुछ टॉपिक कैसे हैं जो वेरी-वेरी मोस्ट इंपोर्टेंट है और आगे की कक्षाओं के हिसाब से भी महत्वपूर्ण है आपको क्या करना है आपको उनका एक नोट बना लेना है एक समरी उनका बना लेना है और उनके हिसाब से आपको अपनी स्टडी करनी है अपनी पढ़ाई करनी है जब आप इंपॉर्टेंट टॉपिक को समझ लेते हैं तो फिर आप जो पूरा सब्जेक्ट है वह पूरे सब्जेक्ट को आप रिवाइज करने में आपको कम समय लगेगा आप कुछ विशेष प्रश्नों को ही ज्यादा ध्यान दे सकते हैं जो कि हर बार ज्यादातर परीक्षा में आते हैं और इस तरह परीक्षा के अच्छे ढंग से तैयारी कर सकते हैं
2. Time Table Banana:
एक रियलिस्टिक टाइम टेबल बनाया जिसमें आप हर दिन कितना पढ़ सकते हैं यह ध्यान में रखें फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी जैसे विषयों के लिए हर दिन दो-तीन घंटे डेडीकेटेड करना अच्छा रहेगा जबकि अन्य सब्जेक्ट जैसे की हिंदी और अंग्रेजी के लिए आपको भी कुछ समय जरुर निकालना होगा आपको सभी विषयों को संतुलित रूप में लेकर चलना है जिसमें से इंपॉर्टेंट विषयों को आप ज्यादा समय दे सकते हैं जबकि जो काम इंपॉर्टेंट है आप इनके बीच-बीच में उनका भी अध्ययन कर सकते हैं जिससे कि आपका जो टॉपिक और सब्जेक्ट चेंज होने से आपका मन भी रिफ्रेश होता रहेगा और ओपन भी नहीं होगी आप अपने अनुसार अपना एक टाइम टेबल सेट करें कुछ बच्चों को भर में यानी कि सुबह पढ़ना अच्छा लगता है जबकि कुछ लोगों को रात में अपने आप को देखें कि आप किस टाइम टेबल के अनुसार कंफर्टेबल हैं उसी के अनुसार अपना टाइम टेबल बनाकर अपना मेहनत करना स्टार्ट कर दे टाइम टेबल बनाते समय ध्यान रखें की बीच-बीच में गैपिंग जरूर हो हर आधे घंटे पर गैपिंग हो 10 से 15 मिनट का जबकि दो-तीन घंटे में आधे घंटे का एक लांग ब्रेक जरूर होना चाहिए
3. Topic-wise Padhai:
हर दिन एक या दो टॉपिक को कंप्लीट करने का टारगेट रखें इसके लिए आपको देखना होगा कि आपके पूरे सब्जेक्ट में कितने चैप्टर है उनमें इंर्पोटेंट टॉपिक्स की सूची बनाएं और अपने बचे हुए दोनों को टॉपिक की संख्या से डिवाइड कर दें जिससे आपको पता चल जाएगा कि कितना समय किस सब्जेक्ट के लिए देना है और कितने समय में सभी टॉपिक कर हो जाएंगे डिवाइड करते समय आपको ध्यान रखना होगा कि 10 से 15 दिन आपको उसमें से माइनस करके तब डिवाइड करना है जिससे की लास्ट में रिवीजन के लिए आपके पास समय बच्चे जब आप टॉपिक वाइज पढ़ाई करते हैं तो इससे आपका पूरा कांसेप्ट क्लियर हो जाता है और सब्जेक्ट को कवर करने में भी मदद मिलती है और टाइम भी कम लगता है
4. Conceptual Clarity:
फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ जैसे सब्जेक्ट में कांसेप्ट का समझना बहुत जरूरी होता है इसलिए थ्योरी पढ़े और उनके एग्जांपल्स को समझें टेक्सबुक से पढ़ने और रेफरेंस बुक्स का इस्तेमाल भी करें परीक्षा की तैयारी करते समय कॉन्सेप्ट पूरी तरह से क्लियर होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि वर्तमान समय में जो प्रश्न सेट किए जा रहे हैं वह पूरी तरह से कॉन्सेप्ट पर आधारित है और एनसीईआरटी का भी यही प्रयास है कि बच्चों में रखने की प्रवृत्ति हटकर सोचने और समझने की प्रवृत्ति विकसित की जाए इसलिए जो प्रश्न है वह इस तरह से सेट किए जा रहे हैं जिससे विद्यार्थियों को सोने का मौका मिले वह वस्तु स्थिति को बाप कर उसके हिसाब से कदम उठा सके और रिजल्ट तक पहुंच सके
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5. Numerical Practice:
हर टॉपिक के बाद रिलेटेड न्यूमेरिकल प्रेक्टिस करें प्रेक्टिस से ही आप कांसेप्ट को और अच्छे से समझ पाएंगे प्रीवियस ईयर के पेपर्स को देखकर आप यह अनुमान लगाए की किस तरह के न्यूमेरिकल पूछे जा रहे हैं और न्यूमेरिकल कि आप अच्छी प्रैक्टिस कर सकते हैं इसके लिए आप क्वेश्चन बैंक सर सीरीज का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो मार्केट में उपलब्ध है उसमें इंपॉर्टेंट प्रश्नों का संग्रह होता है और उनकी तैयारी करके आप परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं इनके अलावा आप अपनी पाठ्य पुस्तक के जो एग्जांपल्स हैं जो की उदाहरण दिए गए हैं चैप्टर के बाद उनमें से कुछ महत्वपूर्ण टाइप के न्यूमेरिकल को जरूर दो-तीन बार अभ्यास कर लें
6. Revision:
हर एक 10 दिन के बाद जो आपने पढ़ा है उसका रिवीजन जरूर करें रिवीजन से आपकी याददाश्त मजबूत होती है तैयारी के दौरान आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप कुछ दिनों के बाद रिवीजन जरूर करें यह अंतराल 10 दिन का भी हो सकता है 15 दिन का भी हो सकता है या फिर 20 दोनों का भी हो सकता है लेकिन रिवीजन करना बहुत ही जरूरी है कभी-कभी क्या होता है कि हम याद करके तो जाते हैं पढ़कर जाते हैं से क्वेश्चन परीक्षा में आ भी जाता है लेकिन हम वह क्वेश्चन जब वहां याद करने लगते हैं तो याद नहीं होता है इसका कारण क्या होता है कि बहुत दिनों के बाद एक या दो बार पढ़ने पर वह समझ में तो आ जाता है लेकिन थोड़े दिनों बाद हम उसे भूल जाते हैं जबकि नियमित अंतराल पर रेगुलर रिवीजन करने से वह गहराई से दिमाग में बैठ जाते हैं और जब उनकी जरूरत पड़ती है तो वह आसानी से याद हो जाते हैं
7. Previous year Papers:
पिछले साल के क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करें यह आपके एग्जाम पैटर्न और इंर्पोटेंट टॉपिक्स की जानकारी देगा पुराने क्वेश्चन पेपर न सिर्फ एग्जाम का खाका तैयार करते हैं बल्कि वह समय प्रबंधन के लिए भी प्रेरित करते हैं इसके साथ-साथ इंर्पोटेंट टॉपिक्स की भी जानकारी देते हैं जब आप प्रीवियस ईयर के क्वेश्चंस पेपर्स को देखेंगे तो आप आएंगे कि उसमें से लगातार प्रश्न रिपीटेड नहीं है बल्कि एक छोड़कर एक कम बाय कम से वह क्वेश्चन रिपीट हो रहे हैं जैसे कि अगर आपको 2025 में एग्जाम देना है तो 2024 के क्वेश्चन थोड़े कम आते हैं जबकि 2023 के क्वेश्चन ज्यादा आते हैं तो इसलिए कोई भी बोर्ड परीक्षा देने से पहले आपको प्रीवियस पेपर को जरूर स्टडी करना है
8. Mock Tests:
अपनी तैयारी के कुछ दिनों बाद जैसे कि एक हफ्ते या 10 दिन बाद मॉक टेस्ट देना शुरू कर दें यह आपकी प्रिपरेशन को एक्सेस करने का अच्छा तरीका है अक्षर तैयारी करते समय हम खुद के पैरामीटर को जांचना भूल जाते हैं हमें लगता है कि हमने सब कुछ पढ़ लिया है जबकि ऐसा वास्तव में नहीं होता है इसके लिए मॉक टेस्ट एक बहुत अच्छा जरिया है इसके माध्यम से हम खुद को चेक कर सकते हैं कि अपनी तैयारी के स्तर का पता लगा सकते हैं अपनी कमजोरी का आकलन कर सकते हैं और चीजों को परीक्षा से पहले बेहतर कर सकते हैं
9. Doubt Clearing:
अगर किसी टॉपिक में डाउट है तो उसका तुरंत क्लियर करें टीचर से आप फ्रेंड की मदद ले सकते हैं तैयारी करते हुए डाउट क्लियर करना बहुत जरूरी होता है अक्सर स्टूडेंट डाउट आने पर कक्षा में टीचर से पूछ ने के लिए संकोच करते हैं और ऐसा वह अपने घर पर और दोस्तों में भी करते हैं तो देखिए पढ़ाई की एक ही भाषा है कि आपके यहां पर कोई शर्म कोई सॉन्ग कुछ नहीं करना है आप भी हिचक अपने दोस्तों से अपने शिक्षक से अपने घर में बड़ों से आप सलाह ले सकते हैं मार्गदर्शन ले सकते हैं और डाउट के बारे में पूछ सकते हैं इसके अलावा ऑनलाइन तमाम ऐसे संसाधन है कि आप कमेंट करके वहां से भी अपने डाउट क्लियर कर सकते हैं
10. Motivation:
अपने आप को मोटिवेट रखने के लिए गर्ल्स सेट करें और उन्हें अचीव करने पर खुद को रिवॉर्ड जरूर दें और बताओ अक्सर ऐसा होता है कि हम किसी सफर में चलते-चलते कभी-कभी निराश हो जाते हैं ऐसे में खुद को मोटिवेट और प्रोत्साहित रखना बहुत जरूरी होता है इसके लिए कुछ सेल्फ हेल्प से संबंधित कुछ किताबें आप चाहे तो पढ़ सकते हैं जो की हमेशा मोटिवेटेड रखती हैं और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती रहती हैं
11. Health ka khayal:
कोई भी तैयारी करते समय किसी भी मिशन पर जाते समय या कोई भी टारगेट या गोल सेट करते समय अपना खुद का ख्याल रखना जरूरी है अपना सेहत ही सबसे बड़ा धन है और कहा भी गया है हेल्थ इस वेल्थ तो अच्छी सेहत रखना बहुत जरूरी है सही खाना सही एक्सरसाइज और अच्छी नींद जरूर ले अक्सर देखा गया है कि बच्चे एग्जाम के चिंता में पूरी तरह से सोते नहीं है रात दिन रात तक जागते हैं और सुबह जल्दी उठते हैं इससे उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है अगला दिन उनका चिड़चिड़ापन में बीत जाता है और व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ जाता है कोई काम में मन नहीं लगता है इसीलिए सोना बहुत जरूरी है पूरी निकले बेहतरीन से आप पूरी तरह जाग सके और टॉपिक को कर कर सकूं